Unfortunate! Ghazal Maestro Pankaj Udhas passed away at 72!
Ghazal maestro Pankaj Udhas अब इस दुनिया में नहीं रहे। कल शाम उन्होंने अपनी आखरी साँसे Mumbai के प्रसिद्ध Breach Candy Hospital में ली | लम्बे समय से वह cancer जैसी fatal disease से जूझ रहे थे मगर कल आखिरकार उन्होंने हार मान ही ली और हमेशा के लिए चैन से सो गए | अपनी Ghazal और playback singing के लिए प्रख्यात Pankaj Udhas किसी भी तरह के परिचय के मोहताज नहीं है। वह अपनी soulful आवाज़ और moving performances के लिए जाने जाते हैं और हमेशा रहेंगे । Pankaj Udhas ने Indian music के landscape पर एक long lasting effect create किया है।
वह 1980s के दशक में अपनी ghazal albums के साथ popular हुए, और अपनी मधुर आवाज़ और instropect करने वाले music से listerners को mesmerize कर दिया। Udhas ने न केवल ghazal style में top-notch प्रदर्शन किया, बल्कि कई फिल्मों के लिए अपनी आवाज़ भी दी, जिससे एक versatile and beloved artist के रूप में उनकी स्थिति और मजबूत हुई। हालाँकि, यह उनकी ग़ज़लें थीं, जिन्होंने reality में इस style के एक उस्ताद के रूप में Pankal Udhas की विरासत को मजबूत किया।
Pankaj Udhas’s Early Life
Gujarat के Jetpur में जन्मे Pankaj Udhas तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। हालाँकि उनका परिवार ज़मींदारों की परंपरा से ताल्लुक रखता था, लेकिन उनके पिता Keshubhai Udhas ने civil services में अपना career बनाया।
उनके परिवार में किसी का भी कोई relation नहीं था music या singing से। मगर फिर भी Pankaj Udhas और उनके भाइयों का बचपन music के around ही revolve होता रहा। उनके पिता को संगीत से काफी लगाव था। वो अक्सर ‘दिलरुबा’ नामक एक musical instrument बजाया करते थे। और इसि instrument ने Pankaj Udhas को music world से introduce करवाया। Stage पर उनका first performance Sino-Indian war के दौरान हुआ जिसमें उन्होंने “Ae Mere Watan ke Logon” गाया जिसके लिए एक viewer द्वारा उनको पुरस्कार स्वरूप 51 रुपये का इनाम भी दिया गया।
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शास्त्रीय संगीत की मजबूत जड़ें
उनके संगीत की जड़ें classical music में गहरी थीं। उन्होंने अपने बड़े भाई Kantilal Udhas से tabla सीखना शुरू किया और बाद में Ustad Ghulam Mustafa Khan से Hindustani Shastriya Sangeet में official training प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने Gwalior gharane के मशहूर गायक Nav Rang Nagpurkar के guidance में भी अपनी संगीत शिक्षा को आगे बढ़ाया।
फिल्म जगत में प्रयास और Ghazal से मुलाकात
Shastriya sangeet में मजबूत आधार के साथ, Pankaj udhas ने 1970 के दशक में फिल्म जगत में अपना भाग्य आजमाने का फैसला किया। उन्होंने 1972 की फिल्म “Kamna” में एक गीत गाकर अपने filmi सफर की शुरुआत की। हालांकि, उन्हें film industry में शुरुआती success नहीं मिली। उन्होंने कुछ अन्य फिल्मों के लिए भी गाने गाए, लेकिन वे एक playback singer के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब न हो सके।
इसी दौरान, Pankaj Udhas ghazal के मोह में फस गए। उन्होंने ghazal गायकी की ओर रुख किया और 1980 में अपना पहला independent album “Aahat” launch किया। यह album audiences और critics दोनों के बीच hit रहा और इसने Pankaj udhas को ghazal गायकी में एक पहचान दिलाई। इसके बाद, उन्होंने “Mukhtar” (1981), “Tarannum” (1982), और “Mehfil” (1983) जैसे कई successful albums launch किए, जिन्होंने उन्हें ghazal के badshah के रूप में establish किया।
Pankaj Udhas और उनके अनमोल गीत
Jeeye to Jeeye Kaise
‘Jeeye to Jeeye Kaise’ गाना Pankaj Udhas ने गाया था जो की 1991 में release हुई फिल्म ‘Saajan’ के कई बेहतरीन गानों में से एक है | इस फिल्म में Salman Khan, Madhuri Dixit और Sanjay Dutt हैं | यह गाना एक evergreen गाना है और music lovers के बीच आज भी अपनी popularity बनाए हुए है |
Chupana Bhi Nahi Aata
‘Chupana Bhi Nahi Aata’ 1993 की एक superhit film ‘Baazigar’ का बहुत ही लोकप्रिय गाना है | इस गाने को Shah Rukh Khan और Kajol पर फिल्माया गया है |
Chitthi Aai Hai
इस list में तीसरा गाना है ‘Chitthi Aai Hai’ जो की Pankaj Udhas जी ने ही गाया है और ये गाना 1986 में आयी फिल्म ‘Naam’ का हिस्सा है जिसमे Sanjay Dutt और Amrita Singh हैं | इस गाने को Udhas sahab ने अपनी 1993 में release हुई album ‘Yaad’ में भी शामिल किया |
Aaj Phir Tum Pe
‘Aaj Phir Tum Pe’ यह गाना originally Pankaj Udhas ने 1988 में release हुई film ‘Dayavan’ के लिए गाया था | फिर इस गाने का remake version बनाया गया और उसे Arijit Singh ने गाया | यह remake गाने को ‘Hate Story 2’ film में शामिल किया गया |
Chaandi Jaisa Rang Hai Tera
इस list में 5th song है Pankaj Udhas द्वारा गाया हुआ एक और popular song ‘Chaandi Jaisa Rang Hai Tera’ जो की 2001 में release हुई film ‘Ek Hi Maqsad’ का है |
Pankaj Udhas: Music performance at prestigious venues
Pankaj Udhas ने अपने जीवनकाल में कई प्रतिष्ठित स्थानों पर अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
Bharat में:
- Shri Ram Center, Delhi: यह Delhi का एक prestigious center for Performing Arts है, जहाँ Pankaj Udhas ने कई बार music performances दी हैं।
- Byculla, Mumbai: यह Mumbai का एक historic region है, जहाँ Udhas ने ‘Ghazal Mahotsav’ में कई बार भाग लिया था।
- Taj Mahal Palace, Mumbai: यह एक शानदार hotel है, जहाँ U dhasने कई high profile programs में अपना talent showcase किया था।
- Jaipur, Rajasthan: Jaipur को ‘Pink City’ के रूप में जाना जाता है, जहाँ Pankaj Udhas ने ‘Rajasthan Utsav’ में कई बार perform किया था।
Abroad:
- Royal Albert Hall, London: यह London का एक popular Performing Arts Center है, जहाँ Udhas ने कई बार perform किया था। Pankaj Udhas ने यहाँ पहली बार 1984 में live perform किया था।
- Kennedy Centre, Washington D.C.: यह Washington D.C. में एक popular Performing Arts Center है, जहाँ Udhas ने बहुत बार perform किया था।
- Madison Square Garden, New York: यह New York शहर में एक famous arena है। यहाँ पर भी Udhas sahab ने कई बार perform किया था।
- Dubai International Film Festival: Udhas ने Dubai में आयोजित इस prestigious film festival में भी कई बार अपने हुनर का जलवा बिखेरा है।
Pankaj Udhas honoured with Awards
उनके 40 साल के लम्बे career में ऐसा कोई भी award नहीं बचा जीससे Pankaj Udhas Ji को नवाज़ा न गया हो।
1985 | K L Saigal Award for the Best Ghazal Singer of the Year |
1990 | Outstanding Young Persons’ Award (1989–90) |
1994 | Honorary Citizenship of Lubbock Texas, USA |
1996 | Indira Gandhi Priyadarshani Award (Outstanding Services, Achievement and Contribution to Music). |
1998 | Outstanding Artistic Achievement Award |
1998 | The mayor of Jersey City presented the Indian Arts Awards Gala. |
2002 | Award for Excellence in Music Field |
2003 | Dadabhai Naoroji Millennium Award by the Dadabhai Naoroji International Society for his Contribution to Ghazal and the Music Industry. |
2003 | Special Achievement Award at the Bollywood Music Award, New York (Popularizing Ghazals Across the Globe). |
2004 | Special Felicitation at the Wembley Conference Center, London for Completing 20 Years of Performance at the Prestigious Venue. |
2006 | Awarded the prestigious “Kalakar” award at Kolkata for “Hasrat” as “Best Ghazal album of 2005”. |
2006 | Pankaj Udhas was conferred Padmashree for his contribution to the art of ghazal singing. |